ओवैसी के पार्टी के नेता का दावा, यूपी में मिलेंगी 280+ सीटें
लखनऊ। यूपी चुनाव के नजदीक आते ही सियासी हलचल तेज हो रही है। हाल ही में हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के बसपा से गठबंधन होने की संभावना की खबरें आयी है।
इसी बीच एआईएमआईएम के एक नेता ऐसा फेसबुक पोस्ट किया है, जिसे देखकर आप इसे मजाक ही कहेंगे। वहीं दूसरी तरफ पीस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अज़ीज बर्नी भी यूपी के मुस्लिम मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश करने की बात करते दिख रहे हैं।
पोस्ट में दावा किया गया है कि ओवैसी को यूपी चुनाव में 280+ सीटें मिलने की संभावना है। यह पोस्ट एआईएमआईएम के बिजनौर के नेता हकीम अब्दुस सलाम खान की आईडी से की गयी है।
जिसमें लिखा है-
UP चुनाव में मुसलमान एकजुट होकर 2017 में AIMIM (Owaisi) सरकार बनाने की ओर अग्रसर:
मुसलमान आसानी के साथ बहुमत की सरकार बना सकते हैं क्योंकि 2012 चुनाव में कुल 67 मुस्लिम उम्मीदवार जीत कर असेम्बली पहुंचे और 63 मुसलिम दूसरे नम्बर पर थे मतलब ये है कि 130 उम्मीदवार असेम्बली पहुंचने के रेस में थे जिनमें से कुछ ऐसे भी थे जो सिर्फ़ कुछ सौ वोटों के अंतराल से हारे थे. अगर वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो 2012 इलेक्शन में रामपूर में 52%,मेरठ में,53%,मुरादाबाद में 46%, बिजनौर में 42%, मुज़फ्फर नगर में 38%,कैराना में 39%, अमरोहा में 44%, सम्भल में 36%, बरेली में25%, श्रावस्ती में 23%, जौनपूर में 21%, बदायूं, आज़मगढ़, अलीगढ़, सीतापूर, लखीमपूर, डुमरिया गंज में 20%, मुसलमानों ने अपने वोट का एकतरफा इस्तेमाल किया और अपनी पसंद के उम्मीदवारों को जीता कर असेम्बली तक पहुंचाया। जबकि सुल्तानपूर, वाराणसी, गाजीपूर, फ़र्रुखाबाद में 18-19%में मुस्लिम वोट बँट गया और वो अपनी पसंद का उम्मीदवार नहीं चुन सके।
मुसलमानों की विधानसभा वार संख्या मुसलमानों का वोट देखें तो 18 विधानसभा सीटों पर मुस्लिमों की जनसंख्या एक लाख से ज्यादा है। वहीं 23 सीटों पर मुसलमानों का वोट 75 हजार से ज्यादा। 48 सीटों पर मुसलमानों का वोट करीब 50 हजार से ज्यादा है। यानी इन सीटों पर मुसलमान सिर्फ एक मुस्लिम उम्मीदवार को वोट दे तो वह आसानी से चुनाव जीत सकता है। वैसे सरकारी रिकार्ड में उत्तर प्रदेश में मुस्लिम आबादी 19% है, जबकि गैर सरकारी सर्वे में 22% है, एैसे में यू.पी के 80 लोकसभा सीटों में से 53 और 403 विधानसभा सीटों में से 209 सीटें एेसी हैं जहां से मुस्लिम वोटर्स अपनी पसंद के उम्मीदवारो को चुन कर हुकूमत में बिठा सकते हैं और अपनी हुकूमत बना सकते हैं।
इस प्रकार मुस्लिम के एकजुट होने पर 209 सीटें इंशा अल्लाह तो मिलनी ही मिलनी है और करीब 80-90 ऐसी सीटें हैं जहां हिन्दू समाज भी बढ़ती बेरोज़गारी, दंगा, बालात्कार, घोटाला, अपराध इत्यादि के खिलाफ बदलाव चाहता है क्योंकि हिन्दू समाज भी BSP, SP, BJP और Congress के द्वारा ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और उनका भी AIMIM की ओर रूझान है.
इसप्रकार देखा जाए तो 209+80 = 289 सीटों पर AIMIM के जीतने की संभावनाएं बन रही है. अब AIMIM चुनाव रणनीति इनका भविष्य तै करेगी. ये कितना लोगों को अपने साथ जोड़ पातें हैं सबसे महत्वपूर्ण बात वही है. मुसलमानो के सामने अभी AIMIM से बेहतर कोई विकल्प नहीं और हिन्दू समाज जो धर्मनिरपेक्ष हैं उनके लिए भी AIMIM से बेहतर कोई नहीं.
यानि कुल मिलाकर इंशा अल्लाह ओवैसी साहब की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। सभी मिलकर AIMIM के पतंग (Kite) पर अपना मोहर लगाएं और AIMIM को सत्ता में लाएं.
जय हिन्द!