विनोद मिश्रा बांदा । विश्व के लगभग हर देश कोरोना वायरस के दहशत से हर व्यक्ति दहशतजदा है। बांदा जिला भी देश, प्रदेश के साथ कोरोना महामारी ...

विनोद मिश्रा
बांदा। विश्व के लगभग हर देश कोरोना वायरस के दहशत से हर व्यक्ति दहशतजदा है। बांदा जिला भी देश, प्रदेश के साथ कोरोना महामारी से कराह रहा है।। कोरोना की दहशत लगातार परवान चढ़ रहा है। शुरूवाती दौर में तो यह स्थिति इस कदर भयावह थी की एक भी संक्रमित मिलते ही पूरे जिले में भय के वातावरण में समुद्र की तरह ज्वार - भाटा सा आ जाता था। परंतु जैसे ही संक्रमितों की संख्या कुछ गिरावट आने लगी उसके बाद से ही, हर समय की तरह जनपद में एकछत्र राज करने वाला 'मौरंग वायरस' फिर उभर आयाऔर अपने पांव पसारने लगा। अब कोरोना व मौरंग वायरस में आगे निकलने की जंग सी छिड़ गई है।
जिनमें कोरोना वायरस का डर खत्म हो गया, वो 'मौरंग वायरस' की चपेट में आ गए हैं। हालांकि तीन- चार दिन से जनपद में एक बार फिर कोरोना वायरस ने अपनी दमदार वापसी की है। जिले में एक साथ छह संक्रमित मिलने से लोग फिर से दहशत में दिखने लगे हैं। बावजूद इसके कई दमदार लोग व संगठन 'मौरंग वायरस' से अभी भी संक्रमित बने हुए हैं।
जहाँ हर सामने वाला व्यक्ति कोरोना महामारी को लेकर संदिग्ध बना हुआ है, वहां मौरंग वायरस का टिका रहना किसी आश्चर्य से कम नहीं है। हर बार की तरह लोग व संगठन इसकी ओर खिंचे चले जा रहे हैं। लोग अपना उद्देश्य व अपने कार्य क्षेत्र को भूलकर इस बीमारी की चपेट में आते जा रहे हैं। हालांकि यह कन्फर्म है कि 30 जून से 'मौरंग वायरस' तीन महीने के लिए कमजोर पड़ जायेगा।
कहते हैं कि बरसात इस वायरस को बढ़ने से रोक देती है। इसके बाद यह एक अक्टूबर से सामने आएगा। लेकिन कोरोना वायरस रुकने का अभी कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। इसलिए मैं तो यही कहूंगा कि भइया जान है तो जहान है। फिलहाल 'मौरंग वायरस' में न फंसकर खुद को कोरोना वायरस से सुरक्षित रखने में दिमाग लगाइए। क्योंकि जड़ें तो मौरंग वायरस की गहरी हैं, लेकिन जीवन के लिए घातक कोरोना वायरस ही काल का साम्राज्य है, जो जीवन की लीला लीलता ही चला जायेगा।
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