नई दिल्ली । केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से 180.15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के एक मामले में इंदौर की फर्म और उसके निदेशको...

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से 180.15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के एक मामले में इंदौर की फर्म और उसके निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि इंडिसन एग्रो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक विजय कुमार जैन, महेंद्र कुमार जैन, देवराज जैन और अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायतें थीं।
इसके बाद, सीबीआई ने इंदौर में आरोपियों के कुल नौ ठिकानों और राजस्थान के जोधपुर सहित आठ स्थानों पर छापे मारे। छापे में आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। सीबीआई का आरोप है कि उक्त कंपनी यूरोपीय और मध्य पूर्व के देशों में दालों के आयात और निर्यात के कारोबार में शामिल थी। कंपनी ने 2003 में व्यवसाय शुरू किया। उन्हें 2013 में SBI (भारतीय स्टेट बैंक) - इलाहाबाद बैंक, IDBI बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ पटियाला के नेतृत्व में बैंकों के एक समूह द्वारा ऋण सुविधा प्रदान की गई थी।
आरोप है कि 2014 के बाद कंपनी का यह कर्ज खाता अनियमित हो गया और 2015 में इसे एनपीए (खराब कर्ज) घोषित कर दिया गया। इस बीच, ऑपरेशन 'कैंसर' के दौरान, केंद्रीय जांच एजेंसियों, गुटखा व्यापारी किशोर वाधवानी की टीम बुधवार को इंदौर पहुंची। 400 करोड़ रुपये की कर चोरी के मामले में मुंबई से गिरफ्तार किए गए वाधवानी से दिन भर डीजीजी के अधिकारियों ने पूछताछ की।
जांच एजेंसी द्वारा आरोप लगाया गया है कि वाधवानी गैंग को स्मगलिंग और टैक्स चोरी के पीछे चलाने का काम कर रहा था। शाम को, वाबवानी के सहयोगी वैभव शर्मा के साथ, कुछ अन्य लोगों को भी पूछताछ एजेंसी ने हिरासत में लिया था। डीजीजीआई के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान, 175 करोड़ रुपये की कथित कर चोरी गुटखे में तस्करी की गई थी।
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