राकेश पाण्डेय लखनऊ। कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में 3 जुलाई की रात गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर पुलिस की टीम पर अं...

राकेश पाण्डेय
लखनऊ। कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में 3 जुलाई की रात गैंगस्टर विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर पुलिस की टीम पर अंधाधुंध फायरिंग कर एक सीओ समेत आठ पुलिसवालों को मौत के घाट उतार दिया था. हैरान करने वाली बात ये है कि इसके बावजूद विकास दुबे जिला तो दूर थाने का भी टॉप-10 क्रिमिनल नहीं था. यही नहीं पुलिस ने अबतक उसके गैंग को भी स्वीकार नहीं किया था.
इससे पता चलता है कि सियासत से लेकर पुलिस विभाग में कितनी गहरी पैठ उसने बना रखी थी, ताकि उसके गुनाहों की फेहरिस्त दुनिया के सामने आ ही ना सके और वो अपने काले साम्राज्य का विस्तार बे-रोक-टोक करता रहे. वहीं 71 मुकदमों में आरोपी विकास दुबे थाने और जिले की टॉप-10 अपराधियों की लिस्ट में नाम नहीं है.
कानपुर के एसएसपी दिनेश पी ने बताया कि उन्हें जानकारी थी कि धारा 307 के एक आरोपी को पकड़ने के लिए सीओ बिल्हौर के नेतृत्व में एक टीम दबिश पर जा रही है. लेकिन उन्हें नहीं पता था कि जिस आरोपी के घर दबिश के लिए पुलिस जा रही है वह कितना बड़ा बदमाश है. और उसके खिलाफ कितने मुकदमे दर्ज हैं या वह जिले के टॉप-10 अपराधियों की लिस्ट में शामिल है या नहीं. एसएसपी दिनेश पी ने बताया कि उन्होनें कुछ दिन पहले ही कानपुर के एसएसपी का पद संभाला है. इसलिए तमाम चीजों की जानकारी वो ले रहे थे इसी बीच ये हादसा हो गया.
लेकिन चौबेपुर की घटना के बाद जिले और थाने के टॉप-10 अपराधियों की सूची की एक बार फिर से समीक्षा की जा रही है। इसे पहले शनिवार शाम सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जोन के एडीजी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जिसमें डीजीपी एचसी अवस्थी और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार भी शामिल हुए थे. इस वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान पता चला कि कानपुर के टॉप-10 अपराधियों में नहीं था विकास दुबे का नाम यहां तक कि चौबेपुर थाने के टॉप-10 अपराधियों में भी विकास का नाम नहीं था। कानपुर में पहले तैनात रहे पुलिस के आलाधिकारी अपराध और अपराधियों की समीक्षा करते रहे लेकिन किसी भी समीक्षा में विकास दुबे का नाम सामने क्यों नहीं आया, ये भी एक बड़ा सवाल है।
ऐसी समीक्षा बैठकों की भी समीक्षा होनी चाहिए. ये पूरा मामला कहानी बयां करता है उस सिस्टम की जिसमें जंग लग चुकी है और ऐसा सिस्टम अपराधियों से जंग कैसे लड़ेगा।
from UPUKLive