नई दिल्ली। मणिपुर पुलिस सेवा की एक महिला अधिकारी थुनाओजम बृंदा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और पुलिस के आला अधिकारियों ने उ...

नई दिल्ली। मणिपुर पुलिस सेवा की एक महिला अधिकारी थुनाओजम बृंदा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और पुलिस के आला अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार ड्रग माफिया को छोड़ने का “दबाव” डाला।
एक हलफनामे में, थुनाओजम बृंदा ने बताया कि कैसे उसे अधिकारियों द्वारा कथित ड्रग्स माफिया लुखोसी झोउ को छोड़ने के लिए दबाव डाला गया और अदालत में उसके और अन्य के खिलाफ दायर आरोप पत्र वापस ले लिए।
एनडीपीएस केस के आरोपी को नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अदालत के जमानत देने के बाद मणिपुर पुलिस सेवा की अधिकारी थुनाओजम बृंदा ने कथित तौर पर न्यायपालिका के खिलाफ अपने फेसबुक अकाउंट पर ‘अपमानजनक’ टिप्पणी पोस्ट की थी। जिसको लेकर मणिपुर हाई कोर्ट ने महिला पुलिसकर्मी के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई शुरू की है।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, लुखोसी झोउ की गिरफ्तारी को विस्तृत करते हुए, थुनाओजम बृंदा ने कहा कि 19 जून, 2018 की रात को नारकोटिक्स और मामलों की सीमा (एनएबी) की अगुवाई में उसने सात अन्य लोगों के साथ उसे गिरफ्तार किया था और 4.580 किलोग्राम हेरोइन, 2,80,200 “वर्ल्ड इज योर” टैबलेट, 57.18 लाख रुपये नकद, 95,000 रुपये के पुरानी करेंसी जब्त किया था। जब्ती के तुरंत बाद थुनाओजम बृंदा को राज्य में भाजपा के उपाध्यक्ष मोइरांगथे अशनीकुमार से एक व्हाट्सएप कॉल आया, जिसके फोन पर सीएम ने बात की थी।
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